कांग्रेस भी केजरीवाल के 'विकास मॉडल' को अपनाने की तैयारी में . कांग्रेस यूपी में दिल्ली के तर्ज पर ही बिजली और पानी पर अपना विजन साफ करेगी. इतना ही नहीं शिक्षा और स्वास्थ्य की गारंटी भी देगी.
हताश और निराश कांग्रेस कार्यकर्ताओं में प्रियंका गांधी और अजय कुमार लल्लू की जोड़ी ने जान फूंकने का काम किया है
बस्ती, उत्तर प्रदेश में जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जोड़ी लगातार मेहनत कर रही है. मिशन 2022 को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अब यूपी में 'केजरीवाल मॉडल' का सहारा लेगी. कांग्रेस बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को हथियार बनाने की रणनीति पर काम कर रही है.
बता दें कि प्रियंका गांधी लगातार किसान, कानून व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर यूपी की सड़कों पर संघर्ष करती दिख रही हैं. जिसका असर भी देखने को मिल रहा है. हताश और निराश कांग्रेस कार्यकर्ताओं में प्रियंका गांधी और अजय कुमार लल्लू की जोड़ी ने जान फूंकने का काम किया है. अब आगे की रणनीति दिल्ली के 'केजरीवाल मॉडल' पर तय होगी. कांग्रेस नेताओं के मुताबिक पार्टी अब बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगार, महिलाओं और किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर सड़क पर उतरेगी.
दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की बंपर जीत के पीछे केजरीवाल की 'फ्री स्कीम' का अहम योगदान माना जा रहा है. साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में केजरीवाल सरकार द्वारा किए गए काम को भी जनता का समर्थन मिला है. लिहाजा अब कांग्रेस भी केजरीवाल के 'विकास मॉडल' को अपनाने की तैयारी में है. कांग्रेस यूपी में दिल्ली के तर्ज पर ही बिजली और पानी पर अपना विजन साफ करेगी. इतना ही नहीं शिक्षा और स्वास्थ्य की गारंटी भी देगी. इतना ही नहीं कांग्रेस यूपी में सुरक्षा और किसानों पर भी बात करेगी.
23 फरवरी को प्रियंका गांधी के बस्ती दौरे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल-सूर्यमणि पाण्डेय
कांग्रेस नेता सूर्यमणि पाण्डेय ने बताया कि कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी 23 फरवरी को बस्ती आएंगी। वह हर्रैया में ‘किसान जन जागरूकता रैली को संबोधित करेंगी। . उनके दौरे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है. वो लगातार जमीन से जुड़े मुद्दों को लेकर संघर्ष कर रही हैं. इतना ही नहीं आम जन मानस से जुड़े मुद्दों को भी लेकर प्रियंका सड़क पर उतर रही हैं. कांग्रेस हमेशा से ही गरीबों, दलितों, किसानों, युवा और महिलाओं के मुद्दों पर संघर्ष करती रही है.बता दें कि सोनभद्र में आदिवासियों के नरसंहार का मामला रहा हो, या फिर ब्राह्मणों की हत्या के बाद ब्राह्मण यात्रा, उन्नाव और शाहजहांपुर रेप पीड़ितों का मामला, या फिर सीएए का विरोध करने वालों पर पुलिसिया कार्रवाई और गन्ना किसानों के भुगतान का मुद्दा सभी पर प्रियंका गांधी ने न सिर्फ मुखर होकर अपनी बात रखी बल्कि सड़कों पर भी वो उतरीं. अब प्रियंका बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे को लेकर भी कार्यकर्ताओं के साथ संघर्ष करती नजर आ सकती हैं.